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Twitter vs Koo: जब से ईलॉन मस्क (Elon Musk) ने दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर (Twitter) का अधिग्रहण किया है, तभी से मानों Twitter को सुर्खियों में बने रहनें की आदत-सी लग गई है। वजहें बदलती रहती हैं, लेकिन खबरों के मूल में Twitter और Elon Musk बरकरार रहते हैं।

ऐसा ही कुछ एक बार फिर हुआ है। असल में Twitter ने अब अपने प्रतिस्पर्धी और भारतीय माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, Koo का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया है।

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सामने आई रिपोर्ट्स की मानें तो Twitter ने @Kooeminence नाम से बने Koo के आधिकारिक अकाउंट को सस्पेंड किया है, जिसे कुछ ही पहले ही बनाया गया था। इसे Koo ने प्लेटफॉर्म को यूज करने के संबंध में सेलेब्रिटी और वीआईपी लोगों की ओर से पूछे गए सवालों का जवाब देने आदि के मकसद के साथ बनाया था।

अकाउंट के सस्पेंड होने की जानकारी खुद Koo के सह-संस्थापक मयंक बिदावतका (Mayank Bidawatka) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए दी।

मयंक ने अपने ट्वीट में लिखा;

“Koo के एक अकाउंट को बैन कर दिया गया है, लेकिन क्यों? क्योंकि हम Twitter को कड़ी टक्कर दे रहे हैं? मैस्टॉडन (Mastodon) का अकाउंट भी आज बैन किया गया है। यह भला कैसे फ्री स्पीच हो सकती है? और हम ये किस दुनिया में जी रहे हैं? ये क्या हो रहा है ईलॉन मस्क?”

Twitter vs Koo

 

जानकारी के लिए बता दें कि मैस्टॉडन (Mastodon) असल में Twitter जैसा ही एक माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है, पर ये ओपन सोर्स नेटवर्क पर काम करता है। इसके अकाउंट को भी ट्विटर ने बैन कर दिया है।

इस बीच मयंक बिदावतका ने Twitter पर ही एक लंबा थ्रेड भी शेयर किया और कंपनी व मस्क पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।

यह ऐसे वक्त में हुआ जब Twitter ने बिना कारण बताए, कई दिग्गज वैश्विक समाचार एजेंसियों जैसे वाशिंगटन पोस्ट, न्यूयॉर्क टाइम्स, CNN आदि से संबंधित कुछ पत्रकारों के अकाउंट भी सस्पेंड किए हैं, जिसको लेकिन चौतरफा ईलॉन मस्क की आलोचना भी हो रही है।

सामने आई जानकारी के अनुसार, ये तमाम पत्रकार, जिनके अकाउंट सस्पेंड किए गए हैं, वो ईलॉन मस्क से संबंधित खबरों को ही कवर कर रहे थे और उन्हें लिख रहे थे।

लेकिन रिपोर्ट्स की मानें तो Twitter ने लगातार ‘Doxxing’ में लिप्त पाए गए अकाउंट्स को सस्पेंड करने का निर्णय किया है। बता दें ‘Doxxing’ उसे कहा जाता है जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की निजी जानकारी बिना उसकी इजाजत के इंटरनेट पर पोस्ट करता है।

 

हम आपको ये सब इसलिए बता रहे हैं क्योंकि मयंक ने पत्रकारों के अकाउंट्स को सस्पेंड करने के मुद्दे को भी प्रमुखता से उठाया है।

अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा;

“सार्वजनिक रूप से उपलब्ध किसी भी जानकारी को शेयर करना Doxxing नहीं माना जा सकता है। जिन पत्रकारों ने लिंक शेयर किए, उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया।”

उन्होंने मस्क पर सीधा हमला करते हुए कहा;

“सिर्फ अपने फायदे के लिए हवा में पॉलिसी बना लेना बेहद गलत है। रोज अपने ही फैसलों को बदलना आपकी खामियों को उजागर करता है।”

मयंक ने आगे कहा;

“ट्विटर ने कुछ हफ़्तों से कई ऐसी चीजें कर रहा है, जो लोकतांत्रिक तो नहीं कही जा सकती हैं।”

बताते चलें Koo की शुरुआत साल 2020 में अप्रमेय राधाकृष्ण (Aprameya Radhakrishna) और मयंक बिदावतका (Mayank Bidawatka) ने मिलकर की थी।